ओट्स बनाने के तरीके एवं फायदे।Ways and benefits of making oats in HIndi

ओट्स रेसिपी (Oats recipe in hindi )

ओट्स की याद लगभग हममें से ज्यादातर लोगों को तभी आती है जब या तो हमें वजन कम करना हो या हम बीमार हो या जब हम अपने स्वास्थ्य को लेके चिंतित हों। हमने समान्यतः सादे तरीके से ओट्स को खाया है या फिर मसाला ओट्स। हममें से कई लोगों को सादा ओट्स पसंद आता है तो किसी को मसाला ओट्स, लेकिन बार बार एक ही तरीके से ओट्स का सेवन करते-करते हम भी बोर हो जाते हैं, और अपने स्वास्थ्य को सही रखने पर ध्यान नहीं दे पाते ना ही वजन को कम करने में हमारा मन लग पाता है क्योंकि हमारे जीभ को स्वाद लेने की आदत ही जिस चीज में हमें स्वाद आता है उसका हम हमेशा सेवन करते हैं फिर चाहे वो चीज हमारे लिए सेहतमंद हो या ना हो। लेकिन कई बार हमारी जीभ को अच्छी नहीं लगने वाली चीजें भी हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। तो आज हम ओट्स जैसे फायदेमंद चीज को स्वादिष्ट तरीके से बना के कैसे रोज इसका सेवन कर सकते हैं ये देखेंगे।

ओट्स को स्वादिष्ट बनाने के कुछ तरीके (Some Ways to Make Oats Tasty)-

1.ओट्स लौकी जीरा फ्राई
2.ओट्स डोसा
3.ओट्स उपमा
4.ओटस खिचड़ी
5.ओट्स बेसन का चीला
6.ओट्स की इडली
7.टमाटर सेव ओटस
8.वेजीटेबल मिक्स ओट्स
9.ओट्स अंडा भुरजी

1.ओट्स लौकी जीरा फ्राई –

ओट्स लौकी जीरा फ्राई हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा तो है ही साथ ही यह हमारे पाचन को भी बहुत अच्छा रखता है। यह बनाना बहुत ही आसान है, ओट्स को अपने खाने के अनुसार लेकर गरम पानी में उबाल कर अच्छे से पका लें। फिर एक कढ़ाई को गरम कर थोड़ा सा घी डालें, जीरा दाल के इसमें कटी हुई बारीक लौकी डाल के इसे पका लें, लौकी के पकने के बाद उबले हुए ओट्स को इसमें मिला के स्वादानुसार हल्का नमक डाल के पका लें। फिर 2 मिनट बाद बंद कर दें। यह खाने में काफी स्वादिष्ट भी होता और वजन कम करने में भी सहायक है। साथ ही यह बनने में काफी कम समय भी लेता है।

इसे भी पढ़े  टाइप सी चयापचय में खाद्य पदार्थों का निर्धारण|Type C Chayapachay me khadya padarthon ka nirdharan

2.ओट्स डोसा

डोसा किसे पसंद नहीं होता, लेकिन अगर हैल्थ की बात हो तो ओट्स के डोसे का क्या ही कहना। ओट्स का डोसा हम दो प्रकार से बना सकते हैं, एक सादा डोसा और एक मसाले वाला । लेकिन मसाला डोसा हमारे थोड़ा कम स्वास्थ्यवर्धक माना जा सकता है क्योंकि इसमें हम आलू का मसाला उपयोग में लाते हैं, और कई लोगों को आलू खाने से गैस की समस्या होती है और मधुमेह के रोगी भी इसे खाने से परहेज करते हैं, इसलिए सादा डोसा काफी फायदेमंद होता है, लेकिन जिन्हें आलू से कोई तकलीफ नहीं है वो कभी- कभी मसाला डोसा का सेवन भी कर सकते हैं। ओट्स का डोसा बनाने के लिए इसे पहले में मिक्सी मे अच्छी तरह से पीस लें, इसमें थोड़ा सा चावल का आटा और थोड़ा सा महीन सूजी (रवा) भी मिला लें। इसके बाद इसमें थोड़ी सी ताजी दही मिला लें। अब इसके बाद इसे अच्छी तरह से फेंट लें, इसके बाद इसमें स्वादानुसार थोड़ी सी कटी हुई प्याज, थोड़ा सा लहसुन और का पेस्ट या फिर बारीक कटे हुए, नमक और थोड़ी सी कटी हुई हरी धनिया की पत्ती मिले के फिर से अच्छी तरह फेंट लें। अब हो गया आपका घोल तैयार । अब आप इसका सदा डोसा बना सकते हैं और मसाले डोसे के लिए आप इसमें आलू का मसाला तैयार कर के इसे मसाला डोसा बना सकते हैं। इसे नारियल की चटनी , सांभर या अगर यह ना बनाना चाहें तो टमाटर की चटनी के साथ खा सकते हैं। यह हमारे लिए हेल्थी नाश्ते का एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। साथ ही वजन कम करने में भी सहायक है।

3.ओट्स उपमा-

ओट्स का उपमा काफी स्वादिष्ट होता है, इसे बनाने के लिए थोड़ी बारीक कटी हुई प्याज, थोड़ा बारीक कटी हरी मिर्च, बारीक कटे टमाटर, मूँगफली और आलू। आप चाहें तो आलू को विकल्प के तौर पर उपयोग में ला सकते हैं। अब एक कड़ाही में थोड़ा सा तेल लेकर इसे गरम करलें, इसमें जीरा और करी पत्ता डाल दें, फिर बारीक कटी मिर्च और मूँगफली डालें फिर प्याज डालें। प्याज को हल्का पका कर आलू डालें और पकने दें। फिर इसमें कटे हुए टमाटर डाल दें और पका लें। इसके बाद स्वादअनुसार नमक और हल्दी (वैकल्पिक) डालें , फिर अच्छे से मिलाकर हल्दी के पकने के बाद अपने खाने के अनुसार ओट्स डाल दें और इसे मिला लें। फिर थोड़ा मिलाने के बाद इसमें बूंद-बूंद करके हाथ से पानी का छिड़काव करते हुए पानी मिलाएँ, ध्यान रहे की पानी की मात्रा ज्यादा ना हो। धीरे-धीरे करके पानी का छिड़काव करें और जब ओट्स अच्छी तरह से फूल जाएँ तो पानी मिलाना बंद करके इसे थोड़ा ढक कर पका लें। उसके बाद इसमें कटी हुई हरी धनिया की पत्ती डालें। तो बस तैयार है
आपका ओट्स उपमा।

इसे भी पढ़े  गर्मियों के लिए कुछ जबर्दस्त पेय | Some great drinks for summer in Hindi

4.ओटस खिचड़ी-

ओट्स की खिचड़ी खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है और वजन कम करने में भी सहायक होती है। ओट्स की खिचड़ी बनाने के लिए कटी हुई प्याज, कटे हुए बारीक लहसुन, कटे हुए गाजर, टमाटर, शिमला इसके अलावा और कुछ भी सब्जी आप डालना चाहें तो वह भी डाल सकते हैं। अब कुकर को गरम करके इसमें घी या तेल जो भी आपको मन हो वो थोड़ा सा डालें। फिर इसमें कटी हुई हरी मिर्च डालें, फिर बारीक कटी प्याज डालें। थोड़ा भुनने के बाद इसमें कटे हुए बारीक लहसुन डालें फिर सारी कटी हुई सब्जियाँ डालें और थोड़ा पकायेँ। फिर टमाटर डालकर भुजें और स्वादानुसार नमक डालें । इसके बाद इसमें थोड़ी सी छिलके वाली या बिना छिलके वाली मूँग अपनी पसंद के अनुसार डालें। फिर इसमें ओट्स खाने के हिसाब से डालें और पानी की मात्रा अपने हिसाब से रखें, जितनी गाढ़ी या पतली खिचड़ी आपको चाहिए। फिर इसे कुकर में सीटी दिला दें। यह खिचड़ी काफी सेहतमंद होती , प्रोटीन से भरपूर होती है क्योंकि मूंगदाल भी इसमें डली होती है, इसलिए इसे एक बार जरूर ट्राई करें।

5.ओट्स बेसन का चीला –

अपने खाने के अनुसार ओट्स को लेकर पहले पीस लें फिर इसमें थोड़ा सा बेसन मिला लें। अगर आप चाहे तो इसमें थोड़ी कटी हुई हरी मिर्च, थोड़ी कटी हुई प्याज, और काटा हुआ हारा धनिया पत्ती मिला लें। फिर अगर चाहे तो इसमें थोड़ी मीठी दही एक चम्मच मिला लें, और साथ ही थोड़ी हल्दी और नमक मिला लें। इसे अच्छे से फेट कर अब पानी मिलाकर इसका घोल तैयार कर लें। अब आप इसके घोल से आप तवे पर चीला बनाकर इसे टमाटर की चटनी के साथ कह सकते हैं।

6.ओट्स की इडली-

ओट्स की इडली हम बेसन के साथ, मूँग दाल के साथ या उड़द दाल के साथ बना सकते हैं। ओट्स को पहले मिक्सर में पीस लें, फिर कप से नाप कर अगर दो कप ओट्स का पाउडर हो तो 1 कप से थोड़ा कम उड़द दाल लें, और मूँग दाल 1 कप ले सकते हैं क्योंकि मूँग दल हल्की होती है और फायदेमंद भी और उड़द दाल से कई लोगों को गैस की दिक्कत होती है इसलिए अपने खाने के हिसाब से आप दालें ले सकते हैं। इनके अलावा आप बेसन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जो भी आप इस्तेमाल करें उसे सही मात्रा में लेकर मिक्स करें, फिर इसमें थोड़ी दही मिला लें, ध्यान रहे की दही खट्टी ना हो, थोड़ा नमक मिला लें और हल्दी कहे तो विकल्प में रख सकते हैं, अब थोड़ी बारीक कटी हुई प्याज, हरी मिर्च अदरक और लहसुन का हल्का सा पेस्ट मिलाएँ। अब इसे अच्छी तरह से मिक्स करें और फेंटे। थोड़ी देर के लिए इसे धक कर रख दें, ताकि इसमें थोड़ी खमीर उठ जाये। फिर इसे दोबारा मिक्स करके मात्रानुसार बेकिंग सोडा मिलाएँ। अब अच्छे से इसे मिक्स करें और इसका बैटर तैयार। अब इसे इडली के साँचे में पका कर कढ़ाई में थोड़ा तेल गरम करके इसमें हरी जीरा, सरसों, हरी मिर्च और करी पत्ते का बघार देकर इसे फ्राई कर दें। अब इसे नारियल की चटनी के साथ या सांभर के साथ खाएं।

Important Links
Join Our WhatsApp Group Join WhatsApp
इसे भी पढ़े  ग्रीन टी के फायदे एवं नुकसान|Green tea ke fayde evam nuksaan

8.वेजीटेबल मिक्स ओट्स-

वेजीटेबल मिक्स ओट्स खिचड़ी का ही एक रूप है बस फर्क इतना है की हम खिचड़ी में दाल डालते हैं पर वेजीटेबल मिक्स ओट्स में दाल का उपयोग नहीं करेंगे। इसमें हरी सब्जियाँ जैसी बीन्स, बरबट्टी , गाजर, शिमला मिर्च,हरी मटर, आलू, टमाटर का उपयोग कर सकते हैं। सबसे पहले कढ़ाई में मात्रानुसार तेल लेकर इसे गरम करके थोड़ा जीरा , एक-दो तेजपत्ता और कटी हुई हरी मिर्च डालें। फिर सारी कटी हुई सब्जियाँ (जो-जो आपका मन हो आवश्यकतानुसार) डालें और भुजें। फिर थोड़ी हल्दी और स्वादानुसार नमक डालें। फिर इसमें कटे हुए टमाटर डालें । थोड़ा पकने के बाद इसमें ओट्स डालें और मात्रानुसार पानी डाल के एक से दो सिटी दिलाएँ। यह खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती और जल्दी भी बन जाती है।

 

ओट्स के फायदे:-

ओट्स में भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर मौजूद होता है। यह हमारे पाचन के लिए बहुत ही अच्छा होता है। यह वजन को कम करने में बहुत सहायक है। एक ही तरीके से ओट्स खा-खा कर कई बार हम बोर हो जाते हैं इसलिए सेहत को सही रखने के लिए हम इन सभी तरीकों से ओट्स बना कर अपने वजन को भी संतुलित कर सकते हैं और रोज बिना बोर हुए ओट्स का सेवन भी कर सकते हैं।यह हमारे हमारे गट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। यह हमारे कॉलेस्ट्रोल लेवल को भी संतुलित करता है । इसमें बहुत से मिनेरल्स और विटामिन्स भी मौजूद होते हैं। साथ ही यह एनर्जी का सबसे अच्छा स्तोत्र भी है। यह हमारे स्किन को अच्छा रखता है।

 

 

अन्य पढ़े – 

सुगंधित तेलों का भाप के साथ उपयोग

टाइप सी चयापचय में खाद्य पदार्थों का निर्धारण

रूसी या डैंड्रफ को ठीक करने में प्रभावी कुछ प्राकृतिक भोजन एवं कुछ औषधीय पौधे

Leave a Comment

Important Links
Join Our WhatsApp Group Join WhatsApp