ओमेगा-3 फैटी एसिड –
यह वसा अम्ल (Fatty acid) का एक रूप है जिसे हम असंतृप्त वसा (Unsaturated fatty acid) के नाम से भी जानते हैं। यह एक ऐसा फैटी एसिड है जिसमें कई डबल बॉन्ड या बंध मौजूद होते हैं, जहाँ की पहला डबल बॉन्ड कार्बन परमाणु शृंखला के अंत से तीसरे और चौथे कार्बन परमाणुओं के बीच मौजूद होता है। लघु श्रंखला या छोटी ओमेगा-3 फैटी एसिड में 18 कार्बन की शृंखला उपस्थित होती हैं जबकि बड़ी या दीर्घ ओमेगा-3 फैटी एसिड में 20 या उससे अधिक कार्बन शृंखला उपस्थित होती हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारी सेहत के लिए बहुत ही जादा फायदेमंद है और यह हमारी सेहत को अच्छा रखने में काफी फायदेमंद है। शोधों के अनुसार यह हमारे हृदय को स्वस्थ रखता है। पौधों में अल्फा लिलोनेलिक एसिड (ALA) मौजूद होता है जो की ओमेगा-3 फैटी एसिड का ही एक रूप है , जो की हमारे लिए काफी लाभदायक है। यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए रखने में अपना काफी महत्वपूर्ण योगदान देता है। स्तनधारी जीवों में ओमेगा-3 फैटी एसिड का निर्माण नहीं होता इसलिए इसे बाहरी स्तोत्र से भोजन द्वारा ग्रहण किया जाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ –
सोयाबीन तेल, चिया सीड्स, अखरोट, सी वीड (Sea weed)और एल्गि (Algae), हैम्प सीड (Hamp seed), किडनी बीन, मूँगफली, पालक , मछ्ली जैसे छोटी समुद्री मछली (माकेरेल), सैल्मन (Salmon), समुद्री बैस (Seabass)और टूना मछ्ली , यह कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ या भोजन हैं जिनमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है। इन सभी भोज्य पदार्थों का सेवन हमें करना चाहिए। मछ्ली का सेवन करना तो हमारे लिए अत्यंत ही फायदेमंद है । इसके अलावा हम कॉड लिवर ऑइल को उपयोग में ल सकते हैं इसमें बहुत ही प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता ही साथ ही विटामिन A और D भी उपस्थित होता है जो हमारे लिए काफी फायदेमंद
है।
फायदे –
ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे हर तरीके से हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है। देखते हैं कुछ फायदे-
1. त्वचा एवं बाल –
ओमेगा-3 फैटी एसिड त्वचा को रूखी होने से , सूजन से बचाता है। एक्ने या पिंपल को दूर रखता है और कम करता है, खुजली से बचाता है। हानिकारक यू-वी किरणों से त्वचा को बचाता है, त्वचा को रेडनेस से बचाता और बालों को बढ़ाने और मजबूत रखने में काफी सहायक है साथ ही बालों को झड़ने से रोकता है। त्वचा द्वारा तेल के स्त्राव को संतुलित रखता है, त्वचा को डाइड्रेट रखता है, समय से पहले बुढ़ापा आने को रोकता है।
2.बीमारियाँ –
ओमेगा-3 फैटी एसिड हमें कई बीमारियों से दूर रखता है, जैसे हृदय रोग, रक्तचाप, प्लैक (Plaque), ब्लड क्लोट (Blood clot) से हमें बचाता है। यह हमारे शरीर में गुड कॉलेस्ट्रोल (HDL) की मात्रा बढ़ता है और हमें हृदय रोग और रक्तचाप जैसे बीमारियों से बचाता है। यह शरीर में ऐसे पदार्थों के स्त्राव को कम करता है जो सूजन बढ़ाने का काम करते हैं। यह हमारे शरीर में बैड कॉलेस्ट्रोल (LDL) की मात्रा को कम करता है, और यही वजह है की हमारी धमनियों में प्लैक (Plaque) का जमाव नहीं हो पाता और हम हृदय रोगों और स्ट्रोक से बच जाते हैं। यह हमें कैंसर और अल्जाइमर से बचाता है और बच्चों को अस्थमा जैसे रोगों से दूर रखता है।
3.चिंता और अवसाद –
आज के युग में अवसाद, चिंता, मानसिक तनाव एक आम समस्या हो चुकी है, जिसे लगभग प्रत्येक व्यक्ति जूझ रहा है। ओमेगा-3 फैटी एसिड इनसे लड़ने में सक्षम है। ईकोसापेंटेनोइक एसिड (Eicosapentaenoic acid-EPA) एक ओमेगा-3 फैटी एसिड का ऐसा प्रकार है जो एक आम एंटिडिप्रेसेंट (Antidepressant) दवाई की तरह ही अवसाद या तनाव से लड़ने में सक्षम है। यह कुछ तेलों जैसे सोयाबीन, अलसी और कैनोला तेल में पाया जाता है।
4.आँखें –
हमारी आँखों के लिए ओमेगा- 3 फैटी एसिड बहुत ही आवश्यक है । DHA या (docosahexaenoic acid-डोकोसैक्सिनोइक अम्ल) जो ओमेगा- 3 फैटी एसिड का एक प्रकार है जो हमारी आँखों में रेटिना के लिए बहुत ही आवश्यक है। अगर इसकी कमी हुई तो दृष्टि या देखने में समस्या आ सकती है। इसलिए हमें ऐसे भोजन का सेवन करना चाहिए जिसमें ओमेगा- 3 फैटी एसिड मौजूद हो।
5.मेटाबॉलिक सिंड्रोम –
अगर हमारा पाचन सही नहीं है या हमारा खाना सही से नहीं पच रहा तो हम बहुत सी समस्याओं से जूझ सकते हैं, जैसे मधुमेह, मोटापा, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग । और कई बार हमारे शरीर में गुड कॉलेस्ट्रोल (HDL) का स्तर भी गिर जाता है। अगर कोई व्यक्ति मेटाबॉलिक सिंड्रोम से ग्रसित है तो ओमेगा- 3 फैटी एसिड युक्त भोजन का सेवन उसके लिए काफी लाभदायक होगा , यह इंसुलिन अवरोध को बेहतर करेगा, HDL का स्तर बढ़ाएगा, मोटापे से बचाएगा और हृदय रोग के खतरों
से बचाएगा। इसलिए ओमेगा- 3 फैटी एसिड हर तरह से फायदेमंद है।
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6.ऑटोइम्यून डिजिज –
ऑटोइम्यून डिजिज में हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली हमारी स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करने लगती हैं, जिससे हम बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं, जैसे थाइरोइड (Thyroid) भी ऑटोइम्यून हो सकता है। कई शोधों के अनुसार यह पता लगा है की जीवन आरंभिक चरण से ही यदि हम ओमेगा- 3 फैटी एसिड का सेवन करना शुरू कर दें तो यह कई ऑटोइम्यून डिजिज से लड़ने में सहायक सिद्ध होता है।
7.फैटी लिवर –
कई बार फैट हमारे लिवर क आसपास जमा हो जाता है , अगर यह ज्यादा मात्रा में जमा हो रहा होता है तो यह हमारे लिए कई समस्या खड़ा कर देता है। इसे हम फैटी लिवर के नाम से भी जानते हैं। अगर हम ओमेगा- 3 फैटी एसिड का सेवन करते हैं तो हम इससे बच सकते हैं और हमारे शरीर में अच्छे कॉलेस्ट्रोल की मात्रा को भी बढ़ाएगा जो हमारे लिए काफी फायदेमंद होता है।
8. हड्डी एवं जोड़ –
कई अध्ययन में यहा पाया गया है की ओमेगा- 3 फैटी एसिड कैल्सियम को उत्प्रेरित करता है और हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है और हम कैल्सियम की कमी से होने वाली कई बीमारियों जैसे गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस से हमें बचा लेता है। और सबसे अच्छी बात यह की इन बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों में यह सूजन कम करने ल काम भी करता है। इसके अलावा ओमेगा- 3 फैटी एसिड हमारी नींद को बेहतर करता है और माहवारी में होने वाले दर्द को भी कम करता है।
ओमेगा- 3 फैटी एसिड हमारे शरीर के लिए काफी आवश्यक तत्व है। इसलिए ऐसे भोज्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो ओमेगा- 3 फैटी एसिड से भरपूर हो ।
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Very good knowledge about omega3 fatty acids.
धन्यवाद