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यह कोविड 19 है या फ्लू |Is it COVID-19 or flu

Is it COVID-19 or flu

यह कोविड 19 है या फ्लू

कोविड-19 से अब हम सब भली-भाँति परिचित हैं, 2019 में फैला यह वायरस आज 2022 में भी दस्तक दे चुका है। और फ्लू या इन्लुएंजा (Influenza) से भी सभी भली-भाँति परिचित हैं। दोनों के होने का कारण वायरस ही है। दोनों के वायरस श्वसन तंत्र को ही संक्रमित करते हैं। लेकिन कुछ चीजें हैं जो इन दोनों में समान है और कुछ इन्हें अलग भी करती हैं। कोविड-19 के अब तक कई संस्करण आ चुके हैं,जो हमें संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए फ्लू और कोविड-19 को समझना काफी आवश्यक है।

 

कोविड-19 और फ्लू में समानता (Similarities between covid-19 and flu)

कोविड-19 और फ्लू दोनों ही वायरस से होने वाले ऐसे संक्रामक रोग हैं जो आपस में निकट संपर्क से फैलते हैं। इनसे संक्रमित व्यक्ति के खाँसने, छिकने, थूकने से मुँह से बुँदे या ड्रॉपलेट्स निकलती हैं, और अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति ऐसे संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आता है तो वह भी संक्रमित हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति छींकने, थूकने या खाँसने के लिए अपने हाथ का उपयोग करता है और हाथ नहीं धोता और किसी स्वस्थ व्यक्ति से हाथ मिला लेता है तो भी स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित हो जाता है और यह फैल सकता है। जब कोई व्यक्ति ऐसी सतह या जगह को छु लेता है जहां पहले से ही वायरस मौजूद हो तो यह भी संक्रमण का स्तोत्र हो सकता है।

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कोविड-19 और फ्लू के लक्षणों में समानता (Similarities in symptoms of covid-19 and flu)

कोविड-19 और फ्लू के कुछ आम और हल्के लक्षण दिखते हैं जो की समनता दर्शाते हैं-

1.बुखार
2.सर्दी, कफ
3.गले में खराश
4.मांसपेशियों में दर्द
5.तनाव
6.बहती नाक
7.जी मितलाना और उल्टी लगना
8.थकान

दोनों के लक्षण कम से गंभीर हो सकते हैं। बस यह इस पर निर्भर करता है की व्यक्ति किस हद तक वायरस के संपर्क में आया है और उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली कितनी मजबूत है ताकि वह उस बीमारी से उभर सके।

कोविड-19 और फ्लू के कुछ गंभीर लक्षण (Some severe symptoms of covid-19 and flu)

1.श्वसन लेने में कठिनाई एवं श्वसन तंत्र संबंधी रोग
2.दिल का दौरा
3.स्ट्रोक
4.मष्तिस्क में सूजन होना
5.अंगों का कम करना बंद करना
6.न्यूमोनिया के लक्षण या न्यूमोनिया होना

शोधों के अनुसार यह सब कुछ ऐसे लक्षण हैं जो कोविड-19 और फ्लू दोनों में समानताओं को दर्शाते हैं,इसके अलावा कुछ ऐसे भी लक्षण हैं जो कोविड-19 और फ्लू को एक-दूसरे से अलग करते हैं। कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति में अगर लक्षण हल्के हो तों वह अच्छी डाइट और दवाईयों के घर में सेवन से ही अच्छा हो जाता है, किन्तु लक्षण गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है।

कोविड-19 और फ्लू के लक्षणों में अंतर (Difference between symptoms of covid-19 and flu)-

बहुत से ऐसे बिन्दु हैं जो इन दोनों को ही एक दूसरे से लगा करती हैं-

1.कोविड-19 के प्रसार होने की गति और और लक्षणों की गंभीरता-

कोविड-19 की फैलने की गति फ्लू से कई गुना अधिक है। और सिर्फ फैलने की गति ही नहीं मृत्युदर भी बहुत अधिक है । कोविड-19 हमारे फेफड़ों को फ्लू की अपेक्षा में अत्यधिक संक्रमित और प्रभावित करता है और यह स्थिति काफी गंभीर भी हो सकती है जो मृत्यु का कारण भी बन सकती है। अध्ययन के अनुसार फ्लू से मरने वालों की संख्या कोविड-19 से मरने वालों की अपेक्षा काफी कम है।

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2.कोविड-19 और फ्लू के लक्षण –

कोविड-19 और फ्लू में फ्लू से संक्रमित व्यक्ति में लक्षण को उभरने में लगभग 2 से 4 दिनों का समय लगता है, प्रायः यह गंभीर नहीं होता है। लेकिन कोविड-19 के लक्षणों को उभरने में लगभग 3 से 14 दिन लग जाते हैं। कई बार कोविड -19 के लक्षण देरी से उभरने की वजह से यह फेफड़ों को खराब कर देता है और मरीज गंभीर स्थिति में आ जाता है, क्योंकि हल्के लक्षण होने की वजह से उसे संक्रमित होने के बाद भी कई बार पता नहीं चल पाता की वह कोरोना से संक्रमित है। कई बार कोविड-19 के लक्षण फ्लू के ही समान होते हैं इसलिए व्यक्ति उसे अनदेखा कर जाता है जिसकी वजह से भी कई बार व्यक्ति को खामियाजा भुगतना पड़ता है।

3.स्वाद और सुगंध –

किसी भी बीमारी का सबसे आम लक्षण बुखार ही है, और बुखार होने पर समान्यतः हमारे मुँह का स्वाद बदल जाता है। लेकिन कोविड-19 में हमारे मुँह का स्वाद पूरी तरह चला जाता है, खाने का स्वाद बिल्कुल पता नहीं चलता और हमारे सूँघने की क्षमता खत्म हो जाती है। सूँघने की क्षमता 5 से 6 दिनों बाद लौट आती है पर कई लोगों में यह काफी समय बाद आती है। छाती में कफ भी जम जाता और खाँसी भी आती है, कई बार कई मरीजों में यह 2 से 3 दिन दवाई लेने पर सही हो जाती है, लेकिन कई लोग कफ से बहुत ज्यादा संक्रमित हो जाते हैं तो उन्हें थोड़ा वक्त लग जाता है।

4.कारक –

फ्लू और कोविड-19 दोनों ही वायरस से होते ही हैं, लेकिन दोनों के कारक अलग-अलग हैं। फ्लू जो है वह इंफ्लुएंजा ए और बी नामक वायरस से फैलता है जबकि कोविड-19 सार्स-को-टू वायरस (SARS-CoV-2)से फैलता है। और यह वायरस बार-बार उत्परिवर्तन के जरिये अपना रूप बदल-बदल कर लोगों को अब तक संक्रमित कर रहा है। अब तक इसके कई संस्करण आ चुके हैं। कोविड-19 में कई जटिलताएँ जैसे खून का थक्का बनना और श्लेष्मा रोग (म्यूक्रोमाईकोसिस) उत्पन्न हो सकती है जो की फ्लू के लक्षणों से अलग है।

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5.ऑक्सीजन लेवल और वेंटिलेटर –

फ्लू से संक्रमित व्यक्ति को वेंटिलेटर की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन कोविड-19 में लक्षण गंभीर होने पर संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, और उसका ऑक्सीजन लेवल भी कम होने लगता है जिसकी वजह से उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ जाता है।

6.रोकथाम-

फ्लू या इंफ्लुएंजा की वैक्सीन लगवाने से हम इसके गंभीर लक्षणों से बच सकते हैं, लेकिन फ्लू की वैक्सीन हमें कोविड-19 से संक्रमित होने से नहीं बचा सकती। कोविड-19 की वैक्सीन को भी मंजूरी मिल चुकी है, लगभग सभी लोगों ने वैक्सीन लगवा ली , लेकिन शोधों के अनुसार यह हमें कोविड-19 से बचा सकती है और इसके लक्षणों को गंभीर होने से रोक सकती है। कई बार वैक्सीन लगने के बाद भी व्यक्ति संक्रमित हो जा रहे हैं लेकिन उनमें लक्षण गंभीर रूप नहीं ले रहे और मृत्यु भी नहीं हो रही। किसी भी तरह के फ्लू या कोविड-19 से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करें, किसी भी सतह को चुने के बाद हाथ धोएँ। किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें जब तक जरूरी ना हों दूरी रखें। भीड़ वाली जगहों में जाने से बचें। हाथों को बार- बार साफ करें और सैनीटाइज करें। सभी जरूरी कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुसरण करें।सोशल डिसटेंसिंग का पालन करें।  ऐसे भोजन का सेवन करें जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए ताकि रोगों से लड़ने में हमारा शरीर सक्षम बनें। जब भी कभी किसी बीमारी के लक्षण दिखें तो उन पर ध्यान दें की लक्षण बढ़ रहे या कम हो रहे, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति से बच सकें।

शोधों के अनुसार जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करके ही हम कोविड-19 से बच सकते हैं, इसलिए इनका पालन करें और बचें।

 

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